जलवायु परिवर्तन के गम्भीर परिणाम संबंधी अध्याय का अंश बनी व्हाइट हाउस की गम्भीर रिपोर्ट
लखनऊ : सम्भवतः यह जानकर हैरानी होगी कि स्कूल आफ मैनेजमेंट साइंसेस, लखनऊ से एक संपादित पुस्तक द ग्लोबल वार्मिंग : कारण, प्रभाव और उपचार’ जो अप्रैल 2015 में प्रकाशित हुई थी, इसका अध्याय.2 व 3 पृथ्वी के स्पिन्निंग कोण में आंशिक परिवर्तन से गंभीर परिणाम : एक जाच’ क्या ध्रुवीय बर्फ पिघलना कारण हो सकता है, लिखा गया था। इसका गहन अध्ययन कर अमेरिका की संस्था राष्ट्रीय जलवायु आकलन ने रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत किया जो इस प्रकार है; व्हाइट हाउस ने जलवायु परिवर्तन के आसन्न खतरों पर जारी की गंभीर रिपोर्ट : जलवायु परिवर्तन के बारे में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कई दावों का खंडन करती है और चेतावनी दी कि गम्भीर मौसम आपदाएं जैसे अमेरिका में कैलिफोर्निया के जंगल की आग की स्थिति बिगड़ती जा रही है। रिपोर्ट यह भी चेतावनी देती है कि जलवायु परिवर्तन स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचे और वातावरण के लिए गंभीर खतरा बन गया है।’

उक्त पुस्तक के संपादक व अध्याय के लेखक प्रोफ. भरत राज सिह व प्रोफ. ओंकार सिंह ने उसमें अंकित किया है कि जिस प्रकार, ध्रुवीय उत्तरी-दक्षिणी तटद् से समुद्र की ओर ग्लेशियर पिघलकर उसके भार को खिसका रही है, यह माना जा सकता है कि पृथ्वी के घूमने के कोण में 23-43 डिग्री से आगे या पीछे में परिवर्तन हो सकता है। पृथ्वी जो एक सुंदर ग्रह है, जिस पर वह एक काला दिन होगा, जब पूरे जीवित प्राणियों के अंत की गंभीरता का सामना करना पड़ सकता है, बशर्ते कि पर्यावरण नियंत्रण में तेजी से काम किया जाए जिससे यह खतरा हमारे नियंत्रण से बाहर न हो जाए। हमें पृथ्वी को बचाने के लिए उक्त परिणामों की कल्पनाकर पर्यावरण को बचाने की कोशिश में तेजी से कार्य करना और जीवन को बचाना होगा।
एसएमएस के सीईओ व सचिव शरद सिंह ने दी बधाई, बताया संस्थान की बड़ी उपलब्धि
स्कूल आफ मैनेजमेंट साइंसेस के सचिव व मुख्य कार्यकारी अधिकारी शरद सिह ने सभी प्रबुद्धवर्ग को बताया कि प्रोफ. भरत राज सिह द्वारा सम्पादित किताब के अध्याय.2 व 3 के अंश को व्हाइट हाउस में जलवायु के खतरों की गम्भीर रिपोर्ट को पटल पर रखकर जलवायु परिवर्तन के गंभीर खतरो से चेताया गया। यह स्कूल आफ मैनेजमेंट साइंसेस के इतिहास में शैक्षणिक योग्यता का विश्वस्तर पर एक पहचान बनाने की बड़ी उपलब्धि है। इसके लिए उन्होंने प्रोफ. सिह जो पर्यावरणविद व महानिदेशक हैं, को हार्दिक बधाई दी तथा सी.वी. रमन शोध व नवाचार केंद्र से जुडे सभी अध्यापकगणों तथा छात्र-छात्राओं को भी साधुवाद दिया। उन्होंने एसएमएस के सभी शोधार्थियों को चिंतन के साथ जनमानस के उत्थान के लिए कार्य करने का आवाहन किया। इस अवसर पर निदेशक, प्रोफ. मनोज महरोत्रा, मुख्य महाप्रबंधक डा. जगदीश सिह, एसोसिएट निदेशक डा. धर्मेन्द्र सिह तथा डीन छात्र कल्याण, डा. पी.के. सिह, डीन. प्रबंधन, डा. नीरज गुप्ता व डीन.ईंजीनियरिंग, डॉ.हेमन्त कुमार सिह, विभागाध्यक्ष आदि मौजूद रहे। इंस्टीट्यूट में शोध कार्य को और अधिक गति से देने के लिए उनमें बड़ा उत्साह दिखा ।